SSAC -221 problematic soils and their management

 SSAC -221 problematic soils and their management 


Soil



स्वामी केशवानंद राजस्थान एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से या उनसे एफिलिएटिड कॉलेज b sc करने वाले स्टूडेंट इस साइट पर अपने सेमेस्टर से रिलेटेड सभी नोट्स और ओल्ड पेपर पर इस साइट पर मिलेंगे आपको और एग्रीकल्चर में आने वाले डेली अपडेट हो सभी एग्जाम से रिलेटेड इनफार्मेशन प्रोवाइड करवाई जाती है एग्रीकल्चर से रिलेटेड सभी एग्जाम और बीएससी के लिए नोट्स पेपर सिलेबस और भी एग्रीकल्चर के सभी एग्जाम से रिलेटेड अपडेट आपको साइड पर मिलते हैं


Syllabus 👇 👇 👇 


1. Soil quality physical chemical biological and major sector affecting the soil quality soil health soil health card its important to farmer and crop production 


2. Distribution of water land and problem soil in different agro ecosystem of India 


3. Categorization of saline and sodic  soil based on properties and its reclamation and management


4. Categorization aapko acid and acid sulfate soil based on properties and its reclaimisation and management 


5. Highly and low permeable soil


6. Remote sensing and GIS diagnosis and management of problem soil 


7. Bhaiyon remediation of soil through multipurpose trees 


8. Land capbility and land suitability classification 


9. Irrigation water quality stress eyes and classification and standard 


10. Management and utilisation of saline water for irrigation 



Notes pdf download 👇 👇 👇 


https://drive.google.com/file/d/11odCLSIRyKIGGt81UrHBMyE7h9W9vUWV/view?usp=drivesdk



Acid soil 


वह मर्दा जिसमें ओ एच माइनस की अपेक्षा अच्छे प्लस तथा al3 + आयन की सुंदरता अधिक होती है वह अम्लीय मृदा कहलाती है इसकी पीएच वैल्यू 7 से कम होती है

 अम्लीय मृदा प्रणाम जलवायु के क्षेत्र में पाई जाती है यारी के अनुसार भारत में लगभग 55% एसिड सॉइल प्रबल से मध्य स्ट्रांग तू मॉडरेट अम्लीय मृदा 65% मर्दा कम अम्लीय होती है

 अम्लीय मृदाओं का क्षेत्रफल लगभग 90 मिलियन हेक्टर है जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का एक चौथाई भाग है


Man characters of acid soil 


अम्लीय मर्दों में केवली नाइट प्रकार के गले मिनरल पाए जाते हैं इसके अलावा कभी-कभी केवल नाइट के साथ ले लाइट भी दिखाई मिलती है

 इन मृदाओं की केशन एक्सचेंज कैपेबिलिटी कम होती है तथा आर्गनिज्म मटेरियल नाइट्रोजन और फास्फोरस भी कम पाया जाता है इन माता में सकसेशन और फास्फोरस आयरन एसिड के द्वारा होता है

 इन मृदाओं का पीएच मान 5 से 6 के मध्य होता है परसेंटेज बेस सॉल्यूशन 70% से कम होता है 

इन मृदा में कैल्शियम मैग्नीशियम की अधिकता पाई जाती है तथा लोहा व अल्युमिनियम की अधिकता पाई जाती है इसमें कैल्शियम व मैग्नीशियम की कमी पाई जाती है

 इसमें कार्बनिक अम्ल की अधिकता पाई जाती है जो की ह्यूमन के सूक्ष्म जीवों की विघटन के कारण होता है 

फेरोजेनेसिस प्रकृति के अम्लीय मर्दों में पोटाश की मात्रा अधिक पाई जाती है अम्लीय मृदा में फुंसी की मात्रा अधिक पाई जाती है 

बैक्टीरिया ऐक्टीनोमाइसीटीस की मात्रा कम पाई जाती है सूक्ष्म पोषक तत्वों में मैंगनीज को छोड़कर सभी पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं











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